कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को गाज़ीपुर के जखनिया में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी विकास और जनता के मुद्दों की बात नहीं करती, सिर्फ धर्म और जाति के नाम पर लोगों को भड़काकर उनसे वोट मांगती है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी की राजनीति में जब तक सकारात्मक बदलाव की ज़रूरत है और वो इस बदलाव के लिये अपनी लड़ाई जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि उनके उत्तर प्रदेश आने से पहले ये बताया गया था कि यहां बहुत संघर्ष है। उनके लिये बेहतर होगा कि वो यहां न आएं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इसके बाद उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बात की। राहुल गांधी ने उनसे कहा कि उत्तर प्रदेश जाओ और संघर्ष करो। कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें बताया कि यूपी में लोग दुख में हैं, उनपर अत्याचार हो रहा है, इनके लिये आवाज़ उठानी ज़रूरी है।
उत्तर प्रदेश में घटी बड़ी आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, “मैंने देखा कि सोनभद्र में नरसंहार के बाद पुलिस-प्रशासन ने भू-माफिया की मदद की, लेकिन आदिवासियों को बचाने कोई नहीं आया”। उन्होंने कहा, “इसी तरह उन्नाव, हाथरस, लखीमपुर हर जगह पीड़ितों ने यही शिकायत की कि पुलिस तो हम पर दबाव डाल रही है, हमारी लड़ाई कौन लड़ेगा”?
प्रियंका गांधी ने आगे दावा करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में जहां भी अन्याय हुआ है, कांग्रेस ने न्याय की लड़ाई लड़ी है और मैं समझ चुकी हूं कि यहां की राजनीति कहीं भटक गई है”।
भाजपा के राष्ट्रवाद पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि यह कैसा राष्ट्रवाद है, जिसमें किसान का बेटा सीमा पर तैनात है और आप उसके साथ विश्वासघात कर रहे हैं। यह खोखला राष्ट्रवाद है, यह राजनीतिक मंचों का राष्ट्रवाद है।
प्रियंका ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने रोजगार देने वाले जितने संस्थान बनाए थे, भाजपा सरकार ने सब अपने मित्रों को बेच डाले। जो सरकार देश के नौजवानों को रोजगार नहीं दे सकती, वह अपने को राष्ट्रवादी नहीं कह सकती।
उन्होंने कहा, “मेरे पिता प्रधानमंत्री थे, लोग उनसे सवाल करते थे, अपनी समस्याओं के समाधान के बारे में उनसे बात करते थे, लेकिन भाजपा ने लोकतंत्र को पलट दिया है”।