कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित कबीर चौरा मठ पहुंची। यहां उन्होंने पद्मविभूषण दिवंगत पंडित किशन महाराज के यशस्वी पुत्र पंडित पूरन महाराज और उनके शिष्यों और परिचितों से मुलाकात की।
वाराणसी पहुंचने पर कांग्रेस महासचिव ने सबसे पहले दीप प्रज्जवलित कर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वो मठ के अंदर आईं और संतों से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने मठ का दर्शन किया और कुछ देर तक वो तबले के बोल सुनती नज़र आईं। कांग्रेस नेता ने कबीर के पालनहार माता-पिता नीरू-नीमा की समाधि पर जाकर दर्शन भी किया। उन्होंने उनके व्यवसाय से जुड़ी पुरानी सामग्रियों को भी देखा।
बता दें कि प्रियंका गांधी अगले तीन दिनों तक काशी में रहेंगी। यहां आगामी सात मार्च को सातवें चरण में मतदान होना है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रियंका गांधी ने वाराणसी में कबीर चौरा मठ को अपना ठिकाना बनाकर बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।
दरअसल पिछड़े वर्ग और दलित समाज में संत कबीरदास के सामाजिक न्याय एवं समानता का संदेश बहुत जुड़ाव रखता है। वहीं मठ के पास की गलियों में कला व संगीत से जुड़ी कई हस्तियों का घर है। इसके अलावा पद्म पुरस्कार विजेताओं का निवास यहां है। वो अपने इस दौरे में ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जोड़ने की कोशिश करेंगी।